Jahnavi Sharma

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आई नो... यू नो..! (अंतिम भाग)

जब सीबीआई की टीम ने वो फुटेज देखी, तो उन सबको बहुत गुस्सा आया। गुस्से मे पाखी वहाँ से उठकर जाने लगी, तो अर्पण उसका हाथ पकड़ कर उसे वहीं रोक लिया।

"प्लीज अर्पण! जाने दो मुझे सिंघानिया मेंशन.... जब तक मैं वहां जाकर पूरब को गिरफ्तार नहीं कर लेती, तब तक मेरे दिल को सुकून नहीं मिलने वाला" बोलते- बोलते पाखी की आंखें नम हो गई थी।

"नहीं पाखी! इमोशनल नहीं प्रेक्टिकल होकर सोचो। मैं नहीं चाहता जो गलती मोहित ने की थी, वह हम भी करें। बिना प्रॉपर सबूत मिले, हम विराज को अरेस्ट नहीं कर सकते हैं। अगर अब हम उसके पास गए  और उसे पता चला कि हमें उसके सच के बारे में पता चल चुका है, तो वह सचेत हो जाएगा.... और अपने बचने का कोई ना कोई रास्ता निकाल ही लेगा। तुम भी अच्छे से जानती हो इसमें विराज का चेहरा दिखाई नहीं दे रहा। सिर्फ सजल के मुंह से पूरब नाम का निकलना, यह प्रूफ नहीं करता कि यह पूरब, कोई और नही पूरब सिंघानिया ही है" अर्पण ने पाखी को समझाया।

"आपकी बात तो बिल्कुल ठीक है सर, लेकिन आपको क्या लगता है कि सजल के मुंह से जिस पूरब का नाम निकला था, वो पूरब सिंघानिया ही था या कोई और पूरब?" अर्पण की बात सुनकर तनिष्का भी उलझन में आ गई थी।

"यह पूरब सिंघानिया ही है तनिष्का.... जब हमने विराट की कॉल डिटेल देख कर उसे अरेस्ट करने का फैसला लिया था, तो पूरब सामने आकर बोला था कि उसने सजल को पार्टी में इनविटेशन देने के लिए फोन किया था। तब हमें लगा कि वह अपने भाई को बचाने के लिए झूठ बोल रहा होगा। लेकिन अब मुझे समझ में आ रहा है कि पूरब का सजल के साथ जरूर कोई ना कोई कनेक्शन है" मोहित ने तनिष्का को सारी बातें डिटेल में समझाई।

'मुझे उसी टाइम पूरब पर डाउट हुआ था। सजल को तो इनविटेशन मैं और विराट सगाई के 2 दिन पहले ही दे चुके थे। फिर पूरब का आगे आकर यू झूठ बोलना, हजम तो मुझे पहले भी नहीं हुआ था। पहले मुझे लगा की वह अपने भाई के लिए यह सब कर रहा होगा... क्योंकि दोनो भाई बहुत क्लोज है। लेकिन अब लग रहा है कि पूरब सच बोल रहा था। हो सकता है यह सब होने के बाद सजल उसका फोन नहीं उठा रही हो और उसने विराट के फोन से उसे कॉल किया हो" पाखी ने कहा।

"मुझे समझ नहीं आ रहा पाखी मैम आपके मम्मी -पापा इतनी झोल - झाल वाली फैमिली में आपका रिश्ता कैसे तय कर सकते हैं? मतलब मुझे तो उस फैमिली का एक भी इंसान सही नहीं लगता। विराट और पूरब के तो क्या ही कहने.... राम सिंघानिया भी उस दिन सजल का गला पकड़ते हुए उस फुटेज में कैप्चर हुआ था" मनन ने पाखी से पूछा।

"मेरे मम्मी पापा को क्या पता था कि विराट ऐसा होगा। अच्छा हुआ वक्त रहते सब की हकीकत सामने आ गई" पाखी ने गहरी सांस लेकर कहा।

"मनन की बात में पॉइंट है पाखी। सच में सिंघानिया फैमिली थोड़ी वियर्ड है। अगर तीनों आदमियों को दरकिनार करें, तो मुझे तो वह भूमि और दादी भी थोड़ी अजीब ही लगे। भूमि को देखकर तो मुझे पूरी साइको वाली फीलिंग आती है, जबकि विराट की दादी को देखकर लगता है कि वह अपने झूठे उसूल और जिद में आकर किसी की भी जान ले सकती है" अर्पण ने भी अपनी राय रखी।

"हां वह लड़की भूमि मुझे भी थोड़ी साइको टाइप ही लगी। ऊपर से वो ड्रगस भी लेती है" मोहित ने अर्पण की हां में हां मिलाते हुए कहा।

भूमि की ड्रग्स लेने की बात सुनकर वह सभी सकते में आ गए। पाखी ने मोहित से पूछा, "तुम्हें कैसे पता कि भूमि ड्रग्स लेती है? तुम क्या उसे पहले से जानते हो? याद है ना सजल की डेड बॉडी में भी ड्रग्स के ट्रेसेस मिले थे?"

"जब हम घर गए थे तब मैंने उसके हाथ पर इंजेक्शंस के बहुत सारे निशान देखे थे। और जिस तरह से बात कर रही थी मुझे थोड़ी साइको लगी", मोहित ने पाखी की बातों का जवाब देते हुए कहा।

"आई थिंग हमें इस समायरा से इस बारे में पूछना चाहिए। वह उसके साथ रहती थी, तो उसे अच्छे से पता होगा कि सजल ड्रग्स लेती थी या नहीं... और अगर सजल ड्रग्स नहीं लेती थी तो सिंघानिया फैमिली के एक और मेंबर पर सजल के कातिल होने का शक जाता है" तनिष्का की बातों ने एक बार फिर केस का रुख बदल दिया।

फुटेज देखने और केस पर डिस्कशन करने के चक्कर में उन लोगों को वक्त का जरा भी अहसास नहीं था... कि कब रात से सुबह के 8:00 बज चुके थे और वह लोग वहीं पर बैठकर उस केस के बारे में डिस्कशन कर रहे थे। अर्पण ने सब को 2 घंटे आराम करने के लिए भेजा और साथ ही उन्होंने निश्चय किया कि पहले विराज के खिलाफ पूरी तरह से हर एक सबूत को जुटाया जाएगा और उसके बाद ही पूरब को गिरफ्तार करेंगे।

इन सबके बीच अर्पण ने यह भी डिसाइड किया कि सिंघानिया फैमिली के हर एक व्यक्ति से पूछताछ की जाएगी। विराट अभी भी जेल में बंद था और अपना मुंह खोलने को बिल्कुल भी तैयार नहीं था। उसने बस एक ही रट लगा रखी थी कि उसने सजल को नहीं मारा। वहीं जब पाखी ने समायरा से सजल के ड्रग्स लेने की बात पूछी, तो उसने साफ इनकार कर दिया। उसके अनुसार सजल अल्कोहलिक जरूर थी, लेकिन ड्रग्स नहीं लेती थी। वही समायारा ने पाखी को ये भी बताया कि सजल और विराट पिछले दो सालों से रिलेशनशिप में थे। सजल के विराट के अलावा कभी किसी और से संबंध नही थे।

★★★★★★★

दो दिन बाद....

सिंघानिया परिवार के सभी सदस्यों को सीबीआई द्वारा पूछताछ के लिए हाजिर होने का समन भिजवाया जा चुका था और आज उन से पूछताछ होनी थी। सिंघानिया परिवार मुंबई के सीबीआई हेड क्वार्टर में पहुंच चुका था, तो वहीं दूसरी तरफ मीडिया में यह बात फैली थी कि सजल की मौत का कातिल सिंघानिया फैमिली में से ही कोई था। सिंघानिया परिवार के सदस्यों से पूछताछ करने के लिए सीबीआई टीम  उन्हे अलग-अलग कमरे में लेकर बैठी थी।
भूमि से तनिष्का, तो जानकी देवी से पूछताछ करने के लिए पाखी को भेजा गया। वही राम सिंघानिया से पूछताछ करने अर्पण गया, तो पूरब से पूछताछ करने के लिए मोहित और मनन दोनों साथ में गए।
सबके बयान रिकॉर्ड किए जा रहे थे। पाखी जब जानकी देवी से पूछताछ करने गई, तो उसने पाखी को देखकर अपना मुंह दूसरी तरफ फेर लिया।

"तुझसे तो मुझे यही उम्मीद थी कि तू एक दिन ऐसा कुछ जरूर करेगी, जिससे हमारा मुँह काला हो जाएगा। अरे तेरा तो मुंह काला था ही,  हमारा करने की क्या जरुरत थी?" जानकी ने हमेशा की तरह कठोर शब्दों मे बात की।

"मिसेज सिंघानिया आप एक सीबीआई ऑफिसर से बात कर रही है। इससे पहले कि मैं आपकी उम्र और पास्ट में हमारे बीच जो भी रिश्ते थे, उन सबका लिहाज भूल जाऊं... आप मेरे सवालों का सीधे-सीधे सही शब्दों में जवाब देगी। मेरा तो रंग काला है, लेकिन आप लोगों का तो दिल और हरकते दोनों ही काली है। पुछताछ के दौरान ऐसी बकवास करने से पहले याद रखना कि आप सीबीआई हेडक्वार्टर में बैठी है और ऑफिसर पाखी जैन से बात कर रही है। आपके मुंह से ऐसा कोई भी शब्द निकला, जो मुझे आपत्तिजनक लगा... तो उसी वक्त मै आपको गिरफ्तार कर लुंगी। पुलिस से बदतमीजी करने का नतीजा तो आप अच्छे से जानती होंगी" पाखी ने गुस्से में कहा।

पाखी ने आज पहली बार जानकी देवी से कड़े शब्दों मे बात की थी। वह जानकी देवी की बहुत इज्जत करती थी, लेकिन आज उसके सब्र का बांध टूट चुका था। जानकी देवी भी समझ चुकी थी कि अब पाखी उनकी बेफिजूल की बातें बिल्कुल नहीं सुनेगी, तो उन्होंने अपनी नजरे नीची कर ली।

"वैसे तो आपका किसी से नफरत करना, कोई नई बात नहीं है। लेकिन सजल तो दिखने में बहुत खूबसूरत थी। फिर आप उससे नफरत क्यों करती थी" पाखी ने बिल्कुल सधे लहजे मे जानकी देवी से पूछा। जानकी देवी ने भी उसी कड़ाई से जवाब देते हुए बोला, " खूबसूरत थी इसका मतलब ये तो नहीं ना कि उसे अपने घर के मंदिर में लेकर जाऊं या अपने सर पर बैठा कर नाच नचाऊँ? उसने मुझे धोखा दिया था। मुझे नहीं पता था कि वह लड़की मुसलमान है। वरना मैं उसे अपने घर में कदम तक नहीं रखने देती। उसने धोखे से विराट के जरिए मुझे मनाने की कोशिश की, ताकि मैं उन दोनों की शादी के लिए तैयार हो जाऊं। एक बार के लिए मैं तैयार हो भी जाती है, अगर वह लड़की हिंदू होती तो। लेकिन....." बोलते- बोलते जानकी देवी रुक गई।

"यह कभी नहीं सुधरेगी। भले ही इनके खयालात पुराने हो, लेकिन जो दिल में है.. वह मुंह पर भी होता है। इतने दिनों में मैं इन्हें इतना तो जान ही गई",  पाखी अपने ख्यालो मे खोई थी।
"अच्छा हुआ जो वह मर गई। जो दूसरों के साथ धोखा करते हैं, उनके साथ यही होता है" जानकी देवी की बातों से पाखी का ध्यान टूटा।

उधर अर्पण मिस्टर राम सिंघानिया से पूछताछ कर रहा था।

"क्या मैं जान सकता हूं कि सजल की मौत के एक रात पहले आप उस होटल में क्या कर रहे थे? हमारे पास आपके खिलाफ पूरे सबूत है मिस्टर सिंघानिया कि आप सजल का गला दबा रहे थे। कहीं आपने ही तो उसे मार कर उस मशीन के अंदर नहीं डाला था" अर्पण ने पूछा।

"सर आप मेरी लोकेशन चेक कर सकते हैं, मैं सजल के साथ उस होटल बस 10 मिनट के लिए रुका था। उसके पास विराट और अपनी कुछ पिक्चर्स थी, जिसे लेकर वह मुझे ब्लैकमेल कर रही थी। वह चाहती थी कि मैं विराट और उसकी शादी करवा दूं। बस तभी मैं उसके पास गया था। मैंने गुस्से में उसका गला पकड़ा था.... उसके अलावा मैंने उसे नहीं मारा। आप चाहे तो मेरे ऑफिस का सीसीटीवी फुटेज चेक करवा सकते हैं। सजल से मिलने के बाद मैं वहीं पर गया था" राम सिंघानिया ने अपनी सफाई में कहा।

"पाखी और विराट की शादी करवाने का रीजन ? मुझे पता लगा है कि पाखी के मम्मी - पापा के साथ कुछ साल पहले आपसे बहुत जमकर बहस बाजी हुई थी। कही उनका एक्सीडेंट भी आपने नहीं तो नहीं करवाया" अर्पण एक के बाद एक सवाल पूछे जा रहा था। वह नहीं चाहता था कि इस पूछताछ में थोड़ा सा भी अंतराल आए और मिस्टर राम सिंघानिया को कोई भी बहाना सोचने का मौका मिले।

"पाखी के मम्मी - पापा से मेरी बहस इस लिए हुई थी क्योंकि मैंने विराट और पाखी की शादी के लिए मना कर दिया था। जब विराट और पाखी बच्चे थे, तब मुझे बिज़नेस में बहुत बड़ा घाटा लगा था। सब कुछ मानो बर्बाद ही हो गया हो। तब पाखी के पापा, जो कि मेरे दोस्त थे... उन्होंने अपनी सारी जमीनें बेच कर मेरी मदद की थी। उस वक्त तो उन्होंने दोस्ती में यह सब किया और दोस्ती - दोस्ती में हम दोनों ने पाखी और विराट की सगाई भी करा दी। लेकिन जब मेरा काम अच्छा चलने लगा, तो शायद उनके मन में भी लालच आ गया और उन्होंने उन्होंने अपने पैसे वापस मांगे। वो पाखी का फ्यूचर सिक्योर करना चाहते थे। मेरे पास उस वक़्त पैसे नही थे, तो मैंने 50% की पार्टनरशिप कर ली। लेकिन जब मेरा काम चलने लगा, तो मैंने उन्हें नहीं बताया कि हमारी कंपनी में अब तक कितना मुनाफा हुआ है"

"इसका मतलब उनका एक्सीडेंट आप ने ही करवाया था। आपने सोचा होगा कि जब वह मर जाएंगे, तो आपको उन्हे प्रॉफिट का हिसाब नही देना पड़ेगा। कोई सवाल जवाब करने वाला भी नहीं रहेगा" अर्पण ने पूछा तो मिस्टर सिंघानिया जल्दी से बोले, "उनके मरने से मेरा क्या फायदा होता? उनके मरने के बाद, तो वैसे भी सब कुछ पाखी का ही होना था।  मेरी मां ने पाखी और विराट की शादी के लिए साफ मना कर दिया था... लेकिन अगर पाखी मेरे घर की बहू बनती, तो जो पाखी का है, वह ऑटोमेटेकली हमारे पास आ जाता। इसलिए मैं उन दोनों की शादी कराना चाहता था" राम सिंघानिया ने अपनी बेगुनाही के सारे सबूत सीबीआई के सामने पेश कर दिए थे। अर्पण के पास उसे छोड़ने के अलावा और कोई चारा नहीं था।

उधर पूरब और भूमि से पूछताछ अभी भी जारी थी।

"अच्छा सबसे पहले यह बताओ कि तुम ड्रग्स कहां से मंगवाती हो और हां मैं तुमसे ज्यादा खूबसूरत तो नहीं हूं ना? पता चला कि सजल की तरह मेरी भी डेड बॉडी झूमर पर लटकी हुई मिले" तनिष्का ने मजाकिया लहजे से भूमि से पूछा।

"तुम्हारे कहने का मतलब क्या है? मैंने नहीं मारा उस सजल को ... और मैं उसे क्यों मारूंगी? वैसे भी दादी को जब से पता चला था कि वह हिंदू नहीं है, तब से उसका आना-जाना तो छोड़ो उन्होंने जिद करके डैड से कॉन्ट्रैक्ट तक कैंसिल करवा दिया था" भूमि ने बेपरवाही से कहा. "और मै ड्रग्स नहीं लेती"

तनिष्का ने भूमि का हाथ पकड़कर उसकी जैकेट का बाजू ऊपर किया और इंजेक्शंस के निशानों को दिखाते हुए बोला,"तो यहां पर यह डिजाइन्स किसने बनाई? ज्यादा ड्रामा मत करना मेरे सामने... वरना अभी पकड़ कर जेल में डाल दूंगी। तुमसे तो अब एनसीबी ही निपटेगा। पता है ना ड्रग्स लेना और रखना इंडिया में गैरकानूनी है। एक बात पहले ही साफ कर दूं.. नारकोटिक्स वाले बहुत स्ट्रिक्ट होते है" तनिष्का की बातें सुनकर भूमि थोड़ा घबरा गई और बोली,"नहीं मैम ऐसी बात नहीं है। मैं भी कब से रिहैब ज्वाइन करने का सोच रही थी। मैं आज भी वहां पर अपना एडमिशन लेती हूं। प्लीज आप यह बात किसी को मत बताइएगा।

भूमि से लंबी पूछताछ के बाद तनिष्का को भी लगा कि वह सिर्फ ड्रग्स लेने के अलावा और किसी भी गैर कानूनी काम में शामिल नहीं थी। फिर भी उसकी पूरी जांच पड़ताल करने के लिए उसके सभी फ्रेंड्स और कॉल डिटेल्स की जानकारी भी निकलवाई गई। भूमि के थ्रू कई ड्रग्स पैडलर्स को पकड़ा गया, जो पुलिस से छुपकर गैरकानूनी तरीके से बाहर से ड्रग्स मंगवाते और बेचते थे।

मोहित और मनन पूरब से पूछताछ कर रहे थे। उन्हें बार-बार वही सब याद आ रहा था, जो उन्होंने सजल के रूम की फुटेज में देखा था। लेकिन अर्पण ने उन्हें पहले ही सतर्क कर दिया था कि उनकी बातों से कहीं भी यह नहीं लगना चाहिए कि उन्हें पूरब की सच्चाई पता चल चुकी थी।

"तुम सजल के स्कूल फ्रेंड थे ना? दोनों बहुत क्लोज भी होंगे" मोहित ने अपना पहला सवाल पूछा, तो पूरब ने धीरे से जवाब देते हुए बोला, "हम दोनो साथ जरूर पढ़ते थे.... लेकिन फ्रेंडस नहीं थे। सजल बहुत खूबसूरत थी, तो उसके आगे- पीछे बहुत सारे लोग घूमते थे। मेरी सजल से कभी भी स्कूल या कॉलेज में ज्यादा बातचीत नहीं हुई। हां हम एक- दूसरे को जानते जरूर थे... लेकिन इतने अच्छी तरीके से नहीं। जब सजल ने हमारी कंपनी को ज्वाइन किया, तब से हम थोड़े क्लोज हो गए थे।"

"और इस थोड़े को मैं कितना क्लोज समझूं" मनन ने पूछा।

"हां कितना क्लोज? विराट की तो सगाई पहले से ही तय थी, तो कहीं तुमने यह तो नहीं सोचा कि सजल को अपने घर की बहू बना लेते हैं।" मोहित ने मनन की बात को आगे बढ़ाते हुए कहा। पूरब उनके सवालों से घबरा गया और उसे सफोकेशन की वजह से चक्कर आने लगे।

पूरब भले ही विराट की तरह बनना चाहता था, लेकिन वह फिजिकली बहुत कमजोर था। यही वजह थी कि कॉलेज और स्कूल में उसके ज्यादा दोस्त नहीं थे। वह सजल को हमेशा से पसंद करता था... लेकिन विराट की तरह ज्यादा स्मार्ट नहीं होने की वजह से उसने कभी उसकी तरफ देखा तक नहीं।

पूरब को हॉस्पिटल ले जाया गया। वही सब से पूछताछ खत्म हो चुकी थी।

★★★★★★★

लगभग दो महीने बाद.....

केस को सीबीआई के पास आए लगभग 2 महीने हो चुके थे। विराट के डीएनए सैंपल्स सजल के पेट में पल रहे बच्चे के डीएनए सैंपल से मैच हो चुके थे। इन 2 महीनों में काफी कुछ बदल चुका था। विराट अभी भी जेल में था। उसे शिवानी को आत्महत्या करने को उकसाने के लिए 10 साल की कैद हुई, लेकिन वह इस बात को मानने के लिए तैयार ही नहीं था कि उसने सजल को मारा था।  वहीं सीबीआई ने पूरब के कॉल डिटेल्स और उसकी लोकेशन निकालकर यह प्रूफ कर दिया था कि उसने सजल का रेप किया था। पूरब सिंघानिया को सजल का रेप करने के जुर्म में 10 साल की सजा सुनाई गई थी। वही भूमि अपनी ड्रग्स की आदतों से निजात पाने के लिए रिहैब में थी।

राम सिंघानिया को बिजनेस में बहुत बड़ा घाटा लग चुका था। इन दो महीनों के अंदर ही सिंघानिया इंडस्ट्रीज, जो कि मुंबई की नंबर वन कंपनी हुआ करती थी... उसके शेयर लुढ़क कर सबसे नीचे आ गए थे। उनके घर में राम सिंघानिया और उनकी मां जानकी देवी के अलावा कोई और नहीं बचा था।

उधर सजल की मां को सजल को मारने की कोशिश करने के अपराध में 4 साल की सजा सुनाई गई, तो सजल के बाप को बेगुनाह करार दे दिया गया था।  केस की प्रोग्रेस रिपोर्ट काफी अच्छी थी... लेकिन अभी भी असली कातिल का पता नहीं चल पाया था। इस वजह से सीबीआई पर भी बहुत सवाल उठने लगे थे।

पाखी और अर्पण भी मुंबई में ही अलग-अलग फ्लैट रेंट पर लेकर रहने लगे थे। अर्पण पाखी के घर आया हुआ था, जबकि पाखी उस वक्त बाथरूम में थी।

"थैंक गॉड पाखी बाथरूम में है। आज तो मैं उसे प्रपोज करके ही रहूंगा। इन सब में कुछ अच्छा हुआ हो या ना हुआ हो, लेकिन विराट और पाखी की सगाई टूट गई। इससे अच्छा और कुछ नहीं हो सकता था। एक काम करता हूं... यह अंगूठी पाखी के अलमारी की में रख देता हूं." अर्पण ने पाखी की अलमारी खोलते हुए बोला।

तभी अर्पण की नजर एक बॉक्स पर गई, जो कि दिखने मे थोड़ा अलग था। अर्पण ने उस बॉक्स को पकड़ते हुए बोला,"यह तो मैंने पहले कभी पाखी के पास नहीं देखा। देखने में थोड़ा अजीब नहीं है ये ? और ये इतना ठंडा क्यों हैं?"

अर्पण ने जैसे ही उस बॉक्स को खोला, तो वह समझ गया कि वह बॉक्स कोई आम बॉक्स नहीं बल्कि एक छोटा सा डीप फ्रीज था... जिसके अंदर चाकू की आकृति बनी थी। यह देखकर अर्पण को समझते देर नहीं लगी कि यह क्या हो सकता था। वह उस बॉक्स को वापस अंदर रखने ही जा रहा था कि उतने में पाखी भी बाहर आ गई। अर्पण के हाथ में बॉक्स देखकर पाखी चकरा गई। अर्पण पाखी से बिना कुछ बोले गुस्से में सीढियाँ चढ़ते हुए ऊपर टेरेस पर गया। पाखी भी भागते हुए उसके पीछे -पीछे गई।
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"व्हाई पाखी ? व्हाई डिड यू डू डेट?" बोलते- बोलते अर्पण के आंखों में आंसू आ गए थे,"तुमने मुझे भी धोखे में रखा ? क्या कमी रह गई थी मेरे प्यार में, जो तुमने ऐसा कदम उठाया?"

"मेरी बात तो सुन अर्पण। मुझे सब कुछ एक्सप्लेन तो करने दो।" अर्पण को दर्द में देखकर पाखी की आंखों में भी आंसू आने लगे।

"अब क्या एक्सप्लेन करोगी तुम पाखी? कुछ बचा है बताने को ? इतने दिन तक तुम हम सब को धोखा देते रही। यह सब इन्वेस्टीगेशन करने का नाटक क्यों ? अर्पण चिल्लाया, तो पाखी थोड़ा घबरा गई और बोली, मैंने नाटक नहीं किया था अर्पण। तुम्हें मेरी ईमानदारी पर पूरा भरोसा था और मैंने उस भरोसे को कभी टूटने नहीं दिया। मैंने पूरी ईमानदारी से केस की इंवेस्टिगेशन की थी। मैं चाहती तो सारे सबूत मिटा सकती थी। लेकिन....." पाखी की बात को पूरा होने से पहले ही अर्पण बोला, "कौन से सबूतों की बात कर रही हो तुम पाखी? यह एक परफेक्ट क्राइम था और तुमने एक छोटा सा सबूत भी अपने खिलाफ नहीं छोड़ा था। तुम मेरी वह ईमानदार सीबीआई ऑफिसर पाखी जैन हो ही नहीं सकती। भले ही तुम अपनी ड्यूटी को भूल गई होगी, लेकिन मुझे सब याद है। यू आर अंडर अरेस्ट ऑफिसर पाखी जैन" अर्पण ने कलेजा सख्त करके बोला।

"ऐसा मत करो अर्पण... मेरी पूरी लाइफ बर्बाद हो जाएगी। मैं...मैं बिल्कुल नहीं मारना चाहती थी सजल को। वो.... मैं विराट को मारने गई थी। तुम्हें नहीं पता लेकिन उस फैमिली ने मुझे दर्द के सिवा और कुछ नहीं दिया। पहले जब मैं उनके घर गई, तो मैंने जानकी देवी और राम सिंघानिया की बातें सुन ली थी। वह बोल रहे थे कि विराट और मेरी शादी करवा कर सब कुछ अपने नाम करवा लेंगे....और फिर हमारा डिवोर्स करवा देंगे। उसके बाद मुझ से भी छुटकारा मिल जाएगा और मेरे मम्मी -पापा का हिस्सा भी मुझे नहीं देना पड़ेगा। मैं यह सब विराट को बताने गई, तो वहां तो उसकी अलग लव स्टोरी चल रही थी। सजल और वह एक दूसरे के साथ बिस्तर पर थे। मुझे विराट पर इतना गुस्सा आया कि मैंने उसे मारने का सोच लिया था। मैंने स्पेशल ऑर्डर देकर वह चाकू बनवाया और उस रात विराट को कॉल करके सभी अरेंजमेंट देखने के लिए होटल मे बुलाया था। मैं जानबूझकर अपना फोन घर पर छोड़ कर गई थी, ताकि किसी को भी पता ना चले कि मैं भी होटल गयी थी। लेकिन वहां पर भी वह सजल मौजूद थी। मेरी विराट के साथ शादी होने वाली थी और वो वहां बैठकर उसका साथ निभाने के वादे कर रहा था। मुझे इतना गुस्सा आया कि मैं उसी वक्त सजल को सब बताने गई। तब बातों ही बातों में मुझे पता चला कि वह विराट को नहीं छोड़ सकती... क्योंकि वह उसके बच्चे की मां बनने वाली थी। मुझे इतना गुस्सा आया कि मैंने वह चाकू निकालकर उसे वहीं पर मार दिया।

"क्यों पाखी? एक बार आकर मुझसे बात तो करती। मैं हमेशा तुम्हारे लिए तुम्हारे पास था।" अर्पण की बातों से उसका दर्द और गुस्सा झलक रहा था। पाखी ने रोते हुए बोला, "नहीं अर्पण! तुम नहीं थे मेरे साथ। जब से तुम्हें पता चला था कि मेरी और विराट की शादी होने वाली है, तो तुमने भी मुझसे दूरियां बनाने शुरू कर दी थी।"

"दूरियां मैंने नहीं पाखी... तुमने बनानी शुरू की थी। मैंने तब भी तुम्हें कहा था कि तुम्हें विराट से शादी करने की कोई मजबूरी नहीं है, ना ही हम इतने ऐसा असक्षम थे कि शादी नहीं कर सकते थे। तो फिर तुम्हें सजल को मारने की क्या जरूरत थी और उसकी बॉडी में ड्रग्स ? तुम ड्रग्स तो नहीं लेती हो ना पाखी?"

"नहीं... नहीं अर्पण! वो ड्रग्स सजल के नही थे। समायारा सच बोल रही थी, सजल ड्रग्स नही लेती थी। लेकिन उसने वो ड्रग्स विराट के लिए मंगवाए थे। वह शोर ना करें इसलिए मैंने वो सब उसके मुंह पर दे मारे। उसे बेहोशी होने लगी, तो मैंने उसे वहीं पर मार दिया। रॉनि और विराट जब उस मशीन को सेट कर रहे थे, तब मैंने उन्हें देख लिया था। जो इंफोर्मेशन मुझे नहीं पता चली, उसके बारे मे मैंने कंपनी में कॉल करके पूरी जानकारी ले ली थी कि मशीन को कैसे सेट किया जाता था। सब के जाने के बाद मैंने उस मशीन को नीचे उतारा उसमें सजल की डेड बॉडी डालकर वापस उसे झूमर पर टांग दिया।" पाखी सारी बातें अर्पण को बता रही थी। अर्पण का सारा प्यार अब गुस्से और घिन्न में बदल चुका था कि वह बोलते- बोलते उससे दूर जाने लगा। उसको पकड़ने के चक्कर में पाखी से अर्पण को धक्का लग गया और वह नीचे गिरने ही वाला था कि पाखी ने उसका हाथ पकड़ लिया। अर्पण उस बिल्डिंग के दूसरे साइड झूल रहा था, तो पाखी ने दूसरी तरफ से उसका हाथ कस के पकड़ रखा था।

"प्लीज मेरा हाथ मत छोड़ना अर्पण! मैं तुम्हें कुछ नहीं होने दूंगी। ट्रस्ट मी मैंने तुम्हें जानबूझकर धक्का नहीं दिया था। यह सब गलती से हुआ। आई नो.....

"यू नो पाखी... "पाखी की बात को बीच में काटते हुए अर्पण ने बोला।


★★★★★★★

कुछ देर बाद....

" हेलो दोस्तों सीबीपी न्यूज़ से मैं सोनिया शर्मा इस न्यूज़ को लाइव टेलीकास्ट कर रही हूं। जैसा कि आप जानते हैं सजल अली के मौत का किस्सा अभी तक सुलझा ही नहीं था कि पुलिस को इस केस पर काम कर रही सीबीआई टीम के दो ऑफिसर्स अर्पण देशमुख और पाखी जैन की संदिग्ध हालत मे डेड बॉडी मिली है। इन्हें देख कर लग रहा है शायद उन्होंने इस बिल्डिंग से छलांग लगा दी हो। जैसा कि आप देख रहे हो कि यह बिल्डिंग 40 माले ऊँची है। इतने ऊपर से गिरने के बाद किसी की भी जान जाना लाजमी है। अर्पण और पाखी दोनों ही बहुत काबिल ऑफिसर थे। उन्होंने इस केस को सॉल्व करने में अपनी जी -जान लगा दी थी। देखते हैं कि अब आगे क्या होगा ? जहां अब तक सजल के मौत का किस्सा भी नहीं सुलझा था, वही पाखी और अर्पण की मौत भी एक राज बन कर रह गई।

समाप्त.......


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7 Comments

वैभव

26-Mar-2022 02:29 AM

खूबसूरत कहानी का खूबसूरत अंत।

Reply

Sandhya Prakash

04-Feb-2022 10:34 PM

Nicely written ma'am, well-done... Ye khatm ab age kya...?

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Pamela

02-Feb-2022 01:05 AM

Aisa lg raha h kahani ka ek part aur ayega .... Bahut kuch adhura h isme, shayad jaldbaji me apne khtm kar di h

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Jahnavi Sharma

03-Feb-2022 01:42 PM

Ji.. Ye kahani kisi competition ke tahat likhi gyi thi or last date khtm hone me 15 minutes rehte gye the, tb likhi gyi.. Lekin kahani ka ant yhi tha..

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